ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज
ऋषिकेश,VON NEWS: उत्तराखंड पर्यटन परिषद, गढ़वाल मंडल विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में ऋषिकेश के मुनिकीरेती गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आगाज हो गया है। महोत्सव के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग का उत्तराखंड उद्गम स्थल है। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग का उत्तराखंड उद्गम स्थल है। बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन के लिए वैलनेस सेंटर और योग केंद्रों को आगे बढ़ाने की पैरवी करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तरह हठयोग दो नदियों का योग है, वह नादिया गंगा और यमुना है, जो उत्तराखंड से निकलती है। उन्होंने कहा आदित्य नाथ भगवान शिव से योग का नाम जुड़ा है। गंगा के आंगन में योग महोत्सव का आयोजन हो रहा है और मैं उसमें शामिल होकर अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा वास्तव में योग भारत की ऋषि परंपरा का प्रसाद है। जब योग की बात हम करते हैं तो एक विराटता के तत्वों के समन्वय की बात इसके साथ जुड़ जाती है। योग जगत में हमारे संवाद को आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा योग के दो पक्ष हैं भौतिक पक्ष और आध्यात्मिक पक्ष। भौतिक पक्ष में काया की सुंदरता और स्वच्छता जुड़ी है, जबकि आध्यात्मिक पक्ष के साथ भौतिक पक्ष का संबंध में होता है तो सही मायने में योग प्रफुटित होता है।
उन्होंने कहा दुनिया में सभी योग प्रेमियों को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देना चाहिए जो उन्होंने योग से पूरी दुनिया का आध्यात्मिक संवाद कराया और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को समूचे विश्व में अपनाया। भारत की परंपरा के बारे में विश्व को जितना भी परिचय मिलता है। उसका जरिया हमारी संस्कृति है। मनोकाई बीमारी से मुक्ति दिलाने का काम योग करता है। उन्होंने कहा सभी रोगों से मुक्ति यह दिलाता है। ऐसे योगियों को कोरोना वायरस भी असर नहीं डाल सकता।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में सैकड़ों लोग इनसीप्लेटिस बीमारी से त्रस्त थे। 25 वर्षों तक मैं स्वयं इस बीमारी से लड़ा। स्वच्छ भारत मिशन के जरिये हमने इस बीमारी को 2 साल के भीतर 60 प्रतिशत कम करने के साथ इस बीमारी के कारण मौत के आंकड़ों को 90 प्रतिशत तक कम किया। भारत स्वच्छता अभियान से योग जुड़ जाए तो बहुत बेहतरीन परिणाम सामने आएंगे। योग से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। अंतरिक्ष में जाने वाले लोगों को भी योगिक क्रिया सिखा कर ही भेजा जाता है। यह एक बहुत बड़ा उदाहरण है।
योग भारत की विश्व को देन है: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत
ऋषिकेश के मुनिकीरेती गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योग के नाम से भारत की समूचे विश्व में पहचान बनी है। योगाचार्य और उत्तराखंड का इसमें बहुत बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे विश्व में लोगों को एक स्वरूप देने का काम किया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इसका ही परिणाम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारत की विश्व को देन है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे इस महोत्सव में आए हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विश्व में कहीं भी जाते हैं तो जब यह पता चलता है कि हम उत्तराखंड और ऋषिकेश से हैं तो हमारा गौरव और सम्मान और अधिक बढ़ जाता है। यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि हम समूचे विश्व में योग को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
योग महोत्सव में यह लोग करेंगे सहभाग
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में आध्यात्मिक व्याख्यान श्रंृखला में विश्व प्रसिद्ध विभूतियां श्री श्री रविशंकर, योगगुरु स्वामी रामदेव महाराज, स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, डॉ. प्रणव पण्ड्या, आचार्य बालकृष्ण, डॉ. वंदना शिवा, रेवा माइकल बेकविथ, ङ्क्षप्रस ई ए, डॉ. एलेन्ड्रेंडो जुंगर गौर गोपाल दास, गुरुमुख कौर खालसा, टॉमी रोजेन, आहार विशेषज्ञ रूजुता दिवाकर, स्मिता नरम, किया मिलर, जेनेट एटवुड, स्टीवर्ट गिलक्रिस्ट, आनंद मेहरोत्रा, आनंद्रा जॉर्ज, जोआना फासो, सियाना शर्मन, केटी बी हैप्पी आदि ।
अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में विश्व विख्यात सूफी गायक, कैलाश खेर अपने कैलाशा बैंड के साथ प्रेरणादायक संगीत प्रस्तुत करेंगे। प्रख्यात ड्रम एवं ताल वादक शिवमणि और रूना रिजवी, मंत्रमुग्ध करने वाला संगीत प्रस्तुत करेंगे, प्रेम से परमानंद की यात्रा कीर्तनियों का आत्मा को छूने वाला कीर्तन, इजरायल से विशेष रूप से आए संगीतकार गिल रॉन शामा का हिब्रु और हिंदी भाषा के सम्मिश्रण वाला अद्भुत संगीत साथ ही अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगीतकारों और कलाकारों से सुशोभित होगा। परमार्थ निकेतन कला मंच, द वर्ल्ड ऑफ कल्चरल यूनियन: ए इवनिंग ऑफ कल्चरल सॉग, परमार्थ गुरुकुल के ऋषिकुमारों द्वारा डांस एंड थिएटर परफॉरमेंस, सूफी डांस मर्ट गुलर की टीम के द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
सुबह चार बजे से प्रारंभ होगी योग की कक्षाएं
योग की कक्षाएं सुबह चार बजे से रात 9:30 बजे तक होंगी, जिसमें प्रमुख रूप से अष्टांग योग, अयंगार योग, हठ योग, राज योग, भक्ति योग, कर्मयोग, गंगा योग, विन्यास योग, कुण्डलिनी योग, जीवमुक्ति योग, सिन्तोह योग, सेमैटिक योग, लीला योग, डीप योग आदि का अभ्यास कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त ध्यान, मुद्रा, वैदिक मंत्र, संस्कृतवाचन, आयुर्वेद, सांउड हीलिंग, रेकी, दर्शन, होम्योपैथी चिकित्सा तथा अनेक कार्यशालाएं, नाटक प्रदर्शन, व्याख्यान, प्रवचन तथा इंटरेक्टिव सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
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