मिग 21 को रिप्लेस करेगा तेजस,
लखनऊ VON NEWS: “स्वदेशी तकनीक“ से तैयार मल्टीरोल हल्का लड़ाकू विमान तेजस मार्क एक ए का अगला पड़ाव बीकेटी वायुसेना स्टेशन होगा। वायुसेना बीकेटी स्थित मिग 21 के स्क्वाड्रन को तेजस में अपग्रेड करेगा। मध्य वायु कमान मुख्यालय की ओर से बीकेटी में तेजस के स्क्वाड्रन की डिमांड रक्षा मंत्रालय भेजी गई है। दो साल में मिग 21 की जगह यहां तेजस का स्क्वाड्रन आकार ले सकता है।
एचएएल जल्द ही 40 तेजस “लड़ाकू विमान“ वायुसेना मुख्यालय को सौंपेगा। जबकि 83 तेजस बनाने का ऑर्डर देने की तैयारी है। तेजस से ही लखनऊ में नया स्क्वाड्रन बनेगा। मध्य वायु कमान का लखनऊ में दो वायुसेना स्टेशन मेमौरा और बीकेटी है। बीकेटी ऑपरेशनल वायुसेना स्टेशन है। यहां अभी मिग 21 का स्क्वाड्रन है। बीकेटी वायुसेना स्टेशन की टीम ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस पर लड़ाकू विमानों की टच लैंडिंग कराई थी। यह वायुसेना स्टेशन अब रनवे विस्तार के साथ अपग्रेड भी हो चुका है। अब मिग 21 की जगह तेजस स्क्वाड्रन को लाने की तैयारी है। वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एचएएल से जो तेजस मिलेंगे, उसका एक स्क्वाड्रन बीकेटी वायुसेना स्टेशन पर तैनात करने की डिमांड की गई है।
पिछले दिनों दिखा था तेजस
इस समय तमिलनाडु में तेजस का एक स्क्वाड्रन है। डिफेंस एक्सपो के फ्लाई पास्ट में तेजस ने लखनऊ के आसमान पर अपना तेज दिखाया था। बीकेटी वायुसेना स्टेशन से ही तेजस का ऑपरेशन किया गया था।
नंबर गेम
- 83 तेजस का ऑर्डर कुछ महीनों में पूरा करेगा एचएएल
- 40 तेजस बनाने का काम अंतिम चरण में
- 16 तेजस को मिल चुकी है इनिशियल ऑपरेशन क्लीयरेंस (आइओसी)
- 16 तेजस फाइनल ऑपरेशन क्लीयरेंस (एफओसी) की स्थिति में
- 08 ट्रेनर विमान तैयार करने का काम अंतिम चरण में
- 16 विमान होंगे एक स्क्वाड्रन में
- 02 साल में बीकेटी की स्क्वाड्रन को अपग्रेड करने का लक्ष्य
बीकेटी एक नजर में
- 1966 में प्राइमरी केयर मेंटनेंस के रूप में हुई बीकेटी वायुसेना स्टेशन की स्थापना
- 1966 फरवरी में पहली बार लखनऊ की धरती पर मरम्मत के लिए उतरा डेकोटा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट
- 1975 में फाइटर एयरक्राफ्ट जीनैट और 1980 में लड़ाकू विमान मारूत की मरम्मत
- 1983 में मिग 21 की हॉफ स्क्वाड्रन लखनऊ में हुई तैनात
- 13 नवंबर 2014 को बीकेटी को लड़ाकू विमान वाले वायुसेना स्टेशन का दर्जा मिला।
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